DHFL Scam: सीबीआई के द्वारा धीरज वाधवान क्यों अरेस्ट हुआ पूरा जानकारी 34,000cr का धोखाधड़ी 😳

DHFL Scam: सीबीआई के द्वारा धीरज वाधवान क्यों अरेस्ट हुआ पूरा जानकारी 34,000cr का धोखाधड़ी 😳

भारत में सबसे बड़ा बैंक धोखाधड़ी

17 बैंकों के कंज्यूम की कथित धोखाधड़ी से जुड़ी है और इससे भारत में सबसे बड़ा बैंक धोखाधड़ी हे । केंद्रीय बैंक की ब्यूरो सीबीआई में 3400 करोड़ रुपए के दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड के संबंध में मंगलवार को धीरज बधवान को गिरफ्तार किया है। वह मामला 17 बैंक के एक संघ की गठित धोखाधड़ी से संबंधित है और इससे भारत में सबसे बड़ा बैंकिंग और उन्होंने धोखाधड़ी कहा जा रहा है।

इससे पहले 2022 में केंद्रीय एजेंसी ने पहले ही इस मामले में शामिल होने के लिए बाधाबन के खिलाफ अब पत्र दायर किया था। इससे पहले बाधाबन को उसे बैंक भ्रष्टाचार जांच से सीबीआई ने विरासत में लिया था। और परिणाम स्वरूप जमानत पर रिहा कर दिया गया था।

भारतीय प्रति भूमि बोर्ड सेविंग 22 लख रुपए के लंबित बकाया की वसूली के प्रयास का आदेश किया था। और पूर्व डीएचएफएल प्रमोटर, धीरज और के बैंक खाता, शेर और म्युचुअल फंड होल्डिंग्स को जबत कर लिया गया।

भगवान बंधु द्वारा प्रैक्टिकल अनुपालन के लिए पिछले साल जुलाई में उन पर लगाए गए जमाने का निपटने करने के लिए विकल्प पता के बाद वह निर्णय लिया गया था।

बधाबन पर का 10.6 लाख का बकाया बकाया है, जिसमें प्रारंभिक जुर्माना, ब्याज वसूल लागत शामिल है। जुलाई 2023 में सेबी ने बधाबन बंधु टी एच एफ एल प्रमोटर्स का पिरामल फाइनेंस के खिलाफ 10 लख रुपए का जर्मन लगाया गया। वहां जर्मन प्राधिकरण नियमों के अज्ञात उल्लंघन के लिए थे।

सीबीआई ने नया दिल्ली के रावत अपु कोर्ट के स्पेशल कोर्ट में द एफ के तब ओके सी ए एचडी कपिल बुद्ध बाधाबन सुमित कूल 74 लोक और 57 कंपनियों के खिलाफ सेट दायर किया। इन पर 17 बैंक के साथ फ्रॉड करने का आरोप है जांच सीट में हॉर्सेज मेहता के नाम को भी मिल किया गया था।

यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया की शिकायत पर जो एफ ए आर दर्ज किया गया उसमें कहा गया कि डीएचएफएल के कपिल धवन धिरज धवन जी को डायरेक्ट डायरेक्टर था उसने दूसरे आरोपियों के साथ मिलकर यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया के नेतृत्व वाले 17 बैंक को एटीएम के साथ फ्रॉड को अंजाम देने के लिए अपर अधिक साजिश रची है। और इन बैंकों पर 42,871.42 करोड रुपए कर्ज देने को कहा. कर्ज के हिस्से के बड़े रकम को निकाल कर उसका दुरुपयोग को किया गया. सीबीआई के मुताबिक डीएचएफएल के बुक्स में हेरा फेरी की गई. 31 जुलाई 2020 तक बकाया रकम के 17 बैंक के कंसोडियम को 34615 करोड रुपए का नुकसान हुआ है.

सीबीआई अपनी कम ईमानदार से कर रहा है आगे की जानकारी के लिए जुड़ी रहिए हमारे साथ.

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