जोराया कर लिया फैसला। मई में दुनिया छोड़ देगी यह लड़की पर क्यों?? भारत में इच्छा मृत्यु की क्या कानून है??
जिस देश में भी इच्छा मृत्यु की अनुमति है वहां बेहद घोड़े गाइडलाइन सुनिश्चित है। इच्छा मृत्यु की कई सारी नियम है। इच्छा मृत्यु की अपील को नैतिक और चिकित्सा यह पहचाने पर परख जाता है। इन पर खड़े उतारने के बाद ही रोगी को दुनिया छोड़ने की इजाजत दी जाती है। लेकिन क्या आपको पता है भारत का इच्छा मृत्यु की कानून सबसे अलग है। तो क्या है इच्छा मृत्यु की नियम चलिए जानते हैं।
नीदरलैंड की एक लड़की को इच्छा मृत्यु की अनुमति मिला है, वह मई में दुनिया छोड़ देगी
28 वर्षीय जोरीया तेरे बिग को कई तरह की मानसिक समस्याओं में झुन्झने पड़ रहा है ।भारत समेत दुनिया की कई देशों में इच्छा मृत्यु की विविधता मिली है लेकिन दत्त के साथ।
कहते हैं जीवन और मृत्यु ईश्वर के हाथ में है। लेकिन मानव सभ्यता का इतिहास उन स्थित मानव भरा पड़ा है जिसमें प्रकृति पर नियंत्रण पाने के भरपूर प्रयास हुआ है। विज्ञान का कोड जीवन जो बड़ा हो रहा है होने को बस में करने की कोशिश तो भी तेजी से बढ़ रहा है। वैज्ञानिकों का हमेशा प्राय एस रहा है कि इस खेत्रो ढूंढा जा रहा है जहां इंसान की पकौड़ी मजबूत हो रहा है और स्वाभाविक प्रभाव को मैनोमीटर अधिक मोड़ दिया जा सके। संभवत प्रकृति पर विजय प्राप्त करने कि इस चाहत में हम मृत्यु की भी तिथि तैयार करने लगे हैं। तभी तो इच्छा मृत्यु की संकल्पना सामने आई है और कहीं देश में इस लेकर कानून बन गया है।
नीदरलैंड इच्छा मृत्यु की अनुमति देने वाला दुनिया का पहला देश बना। इस नीदरलैंड की एक लड़की ने तय किया है कि उस में महीने में दुनिया छोड़ देनी है। सूची वहां सिर्फ 28 वर्ष की है। तस्वीर देखकर लगती वह बीमारी यह परेशान? उसेवकुच्छु मानसिक बीमारी रोग ही है। डॉक्टर ने कह दिया है की इस बीमारी उसे कभी नहीं छोड़ेंगे उससे मुक्ति दिलाने में अब मदद नहीं करेंगे डॉक्टर ऐसा बोला है। इसलिए उसने दुनिया को बाय बोलने का मन बना लिया। अगले महीने एक दिन आएगा जब डॉक्टर उसे उसकी बीमारियों से हमेशा हमेशा के लिए मुक्ति कर देंगे। उसे दिन के बाद जोराय तेर भी नहीं दिखेगी।
क्यों जिंदगी से मुक्ति पहना जाता है जोराया????
जोरीया इतनी परेशान है, लिकिन दुनिया के लिए उसका प्यार देखिए। उसने तैयार कर लिया है की मृत्यु के बाद उसके सब को जलाया जाए गा। धार्मिक प्रथा के मुताबिक तो उसे कब्र में दफनाया जाना चाहिए। फिर उसने जलाने का आग्रह क्यों किया।? जवाब उसकी आंखों मन कर दिया। दरअसल जोराया चाहते हैं कि उसके बॉयफ्रेंड को उसके मकबरा की बार-बार सफाई करने की फजीहत नहीं उठानी पड़े। इतना प्यार है बॉयफ्रेंड के लिए तो क्या आपने जिंदगी के प्रति इतनी बेरुखी यूं ही पैदा हो गई??? उसकी चेहरा भले ही ना बता रही है लेकिन सच तो बहुत अलग हे। दिल्ली से भी बी इंतजार प्यार करने वाली चुराया आपने जिंदगी से तैयार क्यों करती भला। वह डिप्रेशन और उनके मानसिक रोग से आक्रांत है। डॉक्टर ने भी मना कर चुकी है उसका और इलाज नहीं हो सकता वह जीवन भर इस बीमारी से रहेगी। इसीलिए वह ऐसा फैसला लिया है कि मैं में उनका जीवन यात्रा समाप्त कर देगी।
तू किस देश में इच्छा मृत्यु का कौन सा कानून है चलिए जानते हैं।
नीदरलैंड ऐसी देश है जो पहली बार इच्छा मृत्यु का कानून अनुमति दी है। 2001 में वहां इच्छा मृत्यु का मिली और 2022 में 8 702 इच्छा मृत्यु के मामले सामने आए हैं। अभी 5 फरवरी को ही नीदरलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री ड्रीस बिन और में अपनी पत्नी के साथ इच्छा मृत्यु का पुराण लिया । 2018 में से भी भारत में इच्छा मृत्यु की इज्जत दी जाने लगी। इच्छा मृत्यु को कर मस्ती कलर के रूप में भी जाना जाता है। इसे एप्पल को नैतिक कानून और चिकित्सियों पीसना पर परखने के बाद अनुमति दी जाती है। आईए जानते हैं किस देश में इच्छा मृत्यु की कौन से नियम है।
नीदरलैंड में क्या नियम है ईच्छा मुर्तु की
- नीदरलैंड दुनिया का पहला देश था जिसमें 2002 में अनुरोध कारण जीवन की समाप्ति और सहायता प्राप्त आत्महत्या अधिनियम के तहत इच्छा मृत्यु आत्महत्या को बैध बनाया था।
- वैसे व्यक्ति को ही इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाती है जो ऐसी बीमारी से ग्रस्त है जिसमें सुधार की संभावना नहीं बची है
- ऐसे रोगी को डॉक्टर से वह प्रमाण पत्र लेना चाहिए कि उसकी बीमारी ला इलाज है
- डॉक्टर को ऐसा प्रमाण पत्र देने से पहले काम से कम एक अन्य स्वतंत्र डॉक्टर से परामर्श करना होगा।
- मौत देने की प्रक्रिया में मेडिकल स्टेटस का पालन करना होगा।
इच्छा मृत्यु के प्रत्येक मामले की समीक्षा एक क्षेत्रीय समीक्षा समिति द्वारा की जाती है ताकि वह सुनिश्चित हो सके की सभी कानून आवश्यक क्यों को पूरा किया गया है।
कनाडा में इच्छा मृत्यु की नियम
कनाडा में 2016 में मौत के लिए चिकित्सा चाहिए सहायता के बौद्ध बनाया जिससे गंभीर और इलाज बीमारियों वाले मूर्ति की अनुरोध करने की अनुमति पा सके
- बाय एप्स जो अपने स्वास्थ्य के संबंध में निर्णय लेने में सक्षम है जिसकी गंभीर और इलायची किस से स्थित है उसे बीमारी का करण लॉन्ग समय के लिए बचाया नहीं जा सता।
- इस प्रक्रिया में दो स्वतंत्र आकलन और 10 दिन की विचार अवधि शामिल है जिसे कुछ परिस्थितियों में माफ किया जा सकता है। 2021 में कानून में संशोधन करने उन लोगों को भी इच्छा मृत्यु के दौरान में ला दिया जिसकी बीमारी के कारण मौत तो नहीं होगी लेकिन बीमारी भी कभी ठीक नहीं हो सकती।
भारत में इच्छा मृत्यु की क्या नियम है।
- भारत की सर्वोच्च अदालत ने 2018 में सबसे पहले इच्छा मृत्यु की मंजूरी दी थी। लेकिन वहां परक्ष इच्छा मृत्यु की इजाजत है। इसका मतलब है कि डॉक्टर या कहीं और करने में मदद नहीं कर सकता।
- सिर्फ इलाज बंद कर दिया जाएगा।
- जब मैरिज कला इलाज बीमारी हो और उसका जिंदा बच पाना नामुमकिन हो।
- कोर्ट ने कहा है कि लोगों को सम्मान से करने का पूरा हक है