criminal mukthra ansari kon he,कोन हे मुक्ता थार

कोन हे मुक्थारा अंसारी ,उनकी लाइफ,उनकी क्रिमिनल रिकॉड और राजनीति

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दादा का नाम पर सड़क,नाना ब्रिगेडियर ,चाचा उपराष्ट्रपति…और खुद don 

 

up mafia मुक्थरा अंसारी के उत्तर चढ़ा भरे जीवन की एक की मनोरम यात्रा है, एक ऐसे व्यक्ति की जटिल कथा को गहराई से उजागर करते हैं जो अपराधी कथा की छाया से राजनीतिक सत्ता के गलियों पर पहुंच गया। उसके होलिया निधन से उत्तर प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण सुन्य पैदा हो गया है। इसीलिए उनके जीवन के उन अध्याय को फिर से देखना जरूरी हो गया है जिन्हें उनकी विरासत को परिभाषात किया ।

उत्तर प्रदेश में राजनीतिक प्रभाव के इतिहास वाले परिवार में जन्मे, मुख्तार अंसारी के शुरुआती वर्षों में एक प्रख्यात वृक्ष था जो बड़े में कुख्यती  और प्रशंसा दोनों के साथ जुड़े गया।

प्रारंभ में अपराध के वंडर वर्ल्ड में शामिल होने के बाद, गिरोह की प्रतिद्वंदिता और आपराधिक गतिविधियों की गंदी दुनिया में आंसर के प्रवेश ने उत्तर प्रदेश अंडरवर्ल्ड में एक दूजे व्यक्ति के रूप में उसकी प्रतिष्ठा स्थापित की।

हालांकि अंसारी की महत्वाकांक्षी अपराध की सीमाओं से आगे बढ़ाने में ज्यादा समय नहीं लगा क्योंकि उसके उसने अपराध की दुनिया में एक निबंध परिवर्तन किया।

अपनी प्रभाव और को खेती का लाभ उठाते हुए आंसर इन ए चुनाव लड़ा और जीता, और राज्य में एक प्रमुख राजनीतिक व्यक्ति के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की। अंडरवर्ल्ड में अपना बढ़ बनाए रखते हुए राजनीति के जटिल जल को पार करने की उसकी क्षमता ने उन्हें प्रशंसा और विरोधियों दोनों को समानरूप से अर्जित किया।

फिर भी अंसारी का राजनीतिक यात्रा विवादो और आपराधिकतथा के आप से घेरी रही। की क़ानूनी लड़ाईया और करवाओ से सामना करने के बावजूद्धू आंसर के चचेलेपन और राजनीतिक कौशल ने उन्हें अपना प्रभाव बनाए रखने और सक्षम बनाया और उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक मजबूत ताकत के रूप में उभरे।

तो चलिए जानते हैं आंसर की की अपराध की दुनिया के बारे में

आप जानकर हैरान हो जाएंगे की 60से ज्यादा हत्या अपराध से किए हे 

हाल हाल ही में मुख्तार अंसारी गुरुवार रात उत्तर प्रदेश के बांध के एक अस्पताल में मौत हो गई गैंगस्टर के परिवार का दावा है मुख्तार को जेल में धीमा जहर दिया जा रहा था हालांकि इन आरोपियों को जिला अधिकारी ने सिरे से खरीफ करती है और कहां है कि दिल का दौर बढ़ने से मुख्तार अंसारी का मौत हुई है। हत्या के दोषी मुख्तार अंसारी को बेहोशी हालत में जेल से बांध के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज लाया गया था उधर से पांच बार विधायक रहे मुक्तसर अंसारी के खिलाफ 60 अपराधिक शामिल लंबित थे। उनकी फैमिली के मानना है कि योगी आदित्यनाथ की पूरी की पूरी हाथ है उनकी मौत की पीछे।

उनके फादर और ग्रैंडफादर इंडियन आर्मी में थे।। उनकी ग्रैंडफादर को महावीर चक्र की अवार्ड अवार्ड मिला था।

मुख्तार बचपन से ही मारपीट अपराध से जुड़ी थे। जब वह कॉलेज गए तो उनकी मुलाकात सुधांशु सिंह नामक एक गुंडे के सहित हुआ था उसके बाद उसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा है। उनकी लाइफ बदल गया उसने गुंडे की स्टार्टअप ही शुरुआत की विधि। उनकी इस दुनिया को विस्तार करने की लिए ज्यादा टाइम नहीं लगा

दो-तीन अपराध करने के बाद आंसर को फैसला किया कि वह दो बनेगी। धीरे-धीरे उसने गुंडागिरी करने लगी और हत्या अपराध मारपीट अपहरण करके इस दुनिया पर राज करने के लिए सोचा। अलग-अलग जगह पर गुंडा अड्डा खुलकर उसने कई सारे जुब्बों को उसमें शामिल कर ली थी

1901 चंदेली पुलिस ने गिरफ्तारी की ली थी अंसारी को पर कुछ दिन के अंदर वह दोनों पुलिस को हत्या कर दी गया।

1995 उसे समय से मोस्ट वांटेड हो गए थे अंसारी। इस वक्त अप राजनेता उनकी फायदा उठा रहे थे इसलिए वह सोचा कि खुद ही नेता बन जाए। उनकी सारी काम आसानी हो जाएगी

लूट हत्या अपहरण का गुंडा का स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन चुका था उसे टाइम इसीलिए पुलिस वाले ने भी उनकी पीछा कर रहे थे

1996 सिक्स में यूपी बीएसपी टिकट पर विधायक बन गए

2002 में बीजेपी नेता कृष्णानंद राय नाम मुख्तार ब्रदर अफजाल अंसारी को अहमदाबाद गाजीपुर से हरा दिया। वह बात मुख्तार ने बर्दाश्त नहीं कर पाया है। इसीलिए उसकी बदला लेने के लिए कृष्णानंद को मर्डर के लिए पूरी तैयार कर ली। कृष्णानंद बुलेट प्रूफ गाड़ी में चल रही थी इसलिए उनकी गाड़ी को भेजने के लिए करतूत और गण चहिए थे। आखिरकार 2005 में तलाश पूरी हो गई। कृष्णानंद साथियों साथ कार्यक्रम खत्म होने के बाद लौट के टाइम उनकी गाड़ियों को ऐसी जगह घर ली गई की उनकी गाड़ी मोड़ नहीं सके।

उनकी गाड़ी पर 500 से ज्यादा गोली चलाई गई थी कृष्णानंद के साथ 6 की मौत हो गई यूपी पुलिस के बाद इस क्रीम को सीबीआई को सपा गया था। लेकिन लेकिन कुछ भी रिपोर्ट नहीं मिली वह कोर्ट से सलामत वापस आ गए उनको यूपी सरकार की बहुत सपोर्ट मिलता था उसे टाइम। क्राइम करके रहने के बाद से आजीवन जीवन की सजा मिले थे।

अब उनकी मृत्यु हो गई। जब यूपी में योगी की सरकार आई तो उसने उनकी सारी मुंडवा को खत्म कर दी

क्यों की मानना है कि उनको जहर दिया जाता था जेल में। स्लो प्वाइजन में उनको मारा गया पर डॉक्टर की हिसाब से उनका हार्ट अटैक आए थे।

आपको क्या लगता है क्या योगी जी की हाथ है इन गैंगस्टर के मरने के साजिश में कमेंट कीजिए।यू

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